Wednesday, September 16, 2015

1> +(2) SOME QUOTATIONS & Important Thinking==1 to 54

1>Myc=Post= 1>***SOME QUOTATIONS***(1 to 54)

1>वक्त हीं बलवान। -----------2>अगर ख़ुदा नहीं है तों ------3>जीवन तो एक नदी है।
4) चाहता तो हुँ ये दुनिया बदल दुँ,----------5)बुरे वक़्त में भी एक अछाई छिपी होती हैं
6> "यदि सफलता एक सुन्दर पुष्प है -------7> তুই কী বুঝুবি ----
8> जो ताला चाबी को एक ओर घुमाने से बंद होता है, -----------9> मनुष्य स्वभाब
10>মানুষ চেনাদায় //इंसान -----11>दो बातो इंसान को अपनेसे दूर कंर देते हैं
12>गुस्सा --------------------------13>इंसान ने वक्त से पूछा, में हार क्यों जाता हूँ ?
14>মৃগরুপি মহাসত্ত বললেন---15> वक्त ------------------16> সিদ্ধির মূল কথা
17> इंसान एक दुकान है
18> মহিয়সী নারীই উন্নত চরিত্রের সন্তানের জন্ম দিতে সক্ষম।
19>खुशी भी दोस्तों से हैं,----20=a>স্বামী বিবেকানন্দ নাম ছিল বীরেশ্বর অর্থাত = বীরশ্রেষ্ঠ
                                                      আর = নরেন্দ্র =অর্থাত =নর শ্রেষ্ঠ।
20=b> ALL POWER IS WITHIN YOU,----20=c> স্বামী বিবেকানন্দ দেহ ত্যাগের ২বত্সর পূর্বে
21> स्वयं में बहुत सी कमियों के-------------------22> TO MAKE MISTAKE IS MAN'S VERY NATURE
23> ভালোবাসতে পারাই আসল শিক্ষা,------24> স্বামী বিবেকানন্দ বলেছেন --
25> গৌতম বুদ্ধ অনুভব করেছিলেন দুঃখের একমাত্র কারণ হল ---26> दोस्तों हमेशा यादरखे।
27> दोस्तों ----28>दोस्तों -- 29> 08/15 7:42:42 pm: Adyanath Roychoudhu It is ever truth but none can
                                                                                                                      except with heart.
30>इतिहास कहता है कि कल सुख था-- 31>Some people will only "LOVE YOU"
32>Guru Granth Sahib------------------33>कर्मों की आवाज़------------------------34>जीनेके लिए
35>संघ संघर्ष आदमी अकेला होता है-----36> रिश्तों-------------------------------37> -प्रेम अन्धा क्यों
38>To the Son's of my Friend----------- 39> What is birthday?
40>জন্মদিন বছরের শ্রষ্ঠ দিন কেন -?---41> Do not look back,--42>जीने के तरीका =: एक चिन्तन
43> बेमिसाल---------------------------------44> इस संसार में------------.45>मुश्किल आशान
46>मैंने भगवान से कहा:---------------------47> इन्सान:------------------48> हर आदमी का सपना-
49> Katha Upanishad-------------------50>"पहले लोग भावुक थे------:51>ऊल्लू थे ऊल्लू हैं :
53> जग में सुन्दर है दो नाम--------------- 54>People don't make you happy
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SOME QUOTATIONS & Important Thinking  (New)

    1>वक्त हीं बलवान।


मैंने महँगी से महँगी घड़ी ख़रीदी, पहन कर देखलीया, किन्तु वक़्त फिर भी
मेरे हिसाब से कंंभी नेहि चला, मगर घड़ी तो मेरा। वक़्त किसका----???


2) अगर ख़ुदा नहीं है तों उनका ज़िक्र क्यों करे?
अगर है तो फिर फ़िक्र क्यों करे ?


3) जीवन तो एक नदी है। तैरते जाना चहिये, ऊँच नीच होंगेही राहमे,
रुखना नेही बढ़ते जाना चाहीये,
बहुतइ सुंदर है यह संसार, सुन्दर और बानाना चाहीये।


4) चाहता तो हुँ ये दुनिया बदल दुँ, किन्तु इस ज़िन्दगी के जुगाड़ में फ़ुर्सत
नहीं मिल पाते इयारो।समय/वक़्त ही सबसे बलवान।वक़्त को सामज्ञो,
वक़्त को अनुसार चलो मेरे होस्तों।

5) बुरे वक़्त में भी एक अछाई छिपी होती हैं -----
जैसे ही ये आता हैं -------
फ़ालतू के दोस्त अपने आप ही विदा हों जाते हैं।

6> "यदि सफलता एक सुन्दर पुष्प है

तो विनम्रता उसकी सुगन्ध...!!!
जिंदगी में जो चाहो हासिल कर लो,
बस इतना ख्याल रखना कि ..
"आप की मंजिल का रास्ता,
लोगो के दिलों को तोड़ता हुआ न गुजरे ----



7> তুই কী বুঝুবি -----------


আমার ভাবনা, ভাঁজ, ভালবাসা,আমার মহত্ত্ব, কল্পনা, কীর্তিকাহিনি ?
"তোমার কাছে যা সাড়েতিন ইঞ্চি, আমার কাছে
লিয়োনার্দো ভিঞ্চি।

8> जो ताला चाबी को एक ओर घुमाने से बंद होता है,
वही दूसरी ओर घुमाने से खुल भी जाता है !
हम अपने विचार , वाणी और व्यवहार को इस तरह घुमाएँ
कि रिश्तों के बंद पड़े ताले फिर से खुल जाएँ।


9> मनुष्य स्वभाब


सुधारना -बिगड़न मनुष्य के निज स्वभाव पर हि निर्भर करता है ,
न की माहोल पर।रामायण परणेसे हि पता चलता है इस बातके
सत्यता --रामायण में दो चरीत्र हैंविभीषण एवं कैकयी।विभीषण
रावण के भाई एवं रावण के राज्यमें ही रह कर भी नहीं बिगड़ा ,
और कैकयी ,राम के माँ ( भलेही सौतेली ) रामके राज्य में रह
कर भी नहीँ सुधरी।
10> মানুষ চেনাদায় // इंसान

इस इंसान भी गजब हैं ,दुःख आता हैं तो अटक जाते हैं ,
सुख आता हैं तो भटक जाते हैं।
इंसान सब कुछ काँपी कर सकता हैं ,
लेकिन किस्मत और नसीब नही।

11>दो बातो इंसान को अपनेसे दूर कंर देते हैं , एक उनका "अहम "
दूसरा उनका "वहम। "


12>गुस्सा ------इंसान का कद छोटा करता हैं ,
क्षमा -------इंसान को महान बनाती हैं।


13>इंसान ने वक्त से पूछा, में हार क्यों जाता हूँ ?
वक्त ने कहा --
धुप हो या छाव हो ,काली रात हो या बरसात हो , चाहे कितने भी बुरे
हालात हो , मैं हर वक्त चलता रहता हूँ , इसीलिये मैं जीत जाता हूँ,
तू भी मेरे साथ चल, कभी नही हारेगा।


14>মৃগরুপি মহাসত্ত বললেন
হে রাজন,মানুষ মুখে যা বলে, কাজে তা করেনা। শিয়ালের চিৎকার ,
পাখির বোল সহজে বোঝা যায় ,কিন্তু মানুষের কথা ,শপথ ,খুবই দুর্বধ্য়।
মানুষ ভাবতে পারে এ আমর প্রিয়জন, কিন্তু ব বনধুত্য চলে যায় , আত্মিয়
স্বজনের স্নেহ চলে যায় , মায়া মমতা- ভালোবাসা কোথয় হারিয়ে যায় -
ঘৃণা শত্রূতার শুরু হয়ে থাকে। অধিকাংশ মানুষ অকৃতজ্ঞ। 15> वक्त
वक्त कब क्या खेल दिखाए वह हम नही जानते , वर्ना जिस " राम " को
रात को राज्य मिलने वाला था उसे सुबह वनवास ना मिलता।



16> সিদ্ধির মূল কথা
যেখানে বাধা নাই সেখানে সিদ্ধিও নাই,
যত বাধা হবে, ততই ভালো ফল লাভ হবে।
বাধা না পেলে কি নদীর বেগ হয় ?
যে জিনিস যত নূতন হবে , যত উত্তম হবে ,
সে জিনিস প্রথম তত অধিক বাধা পাবে।
বাধাই তো সিদ্ধির পূর্ব লক্ষণ।
বাধা নাই। সিদ্ধিও নাই।
সাবধানতা ই রক্ষা কবজ।



17> इंसान एक दुकान है और "ज़ुबान " उसका ताला हैं।---ताला खुलता है,
तभी मालुम होता है कि दुकान सोने की है या कोयले की।



18> মহিয়সী নারীই উন্নত চরিত্রের সন্তানের জন্ম দিতে সক্ষম।


19> खुशी भी दोस्तों से हैं, // ग़म भी दोस्तों से हैं,// तकरार भी दोस्तों से हैं,//

/प्यार भी दोस्तों से हैं, // रूठना भी दोस्तों से हैं//मनाना भी दोस्तों से हैं,//
बात भी दोस्तों से हैं,// मिसाल भी दोस्तों से हैं//नशा भी दोस्तों से हैं,// शाम भी दोस्तों से हैं,//
मैहब्बत भी दोस्तों से हैं//नाम भी दोस्तों हैं,//इनायत भी दोस्तों से हैं//काम भी दोस्तों से हैं//
ख़्याल भी दोस्तों से हैं //ख़्वाब भी दोस्तों से हैं//अरमान भी दोस्तों से हैं//यादें भी दोस्तों से हैं//
माहौल भी दोस्तों से हैं//सपने भी दोस्तों से हैं//अपने भी दोस्तों से हैं//>
य यूं कहो यारों, अपनी तो दुनिया ही दोस्तों से हैं।>
To all of my friends, I like to share this idea to all of you.


20>  স্বামী বিবেকানন্দ নাম ছিল বীরেশ্বর অর্থাত = বীরশ্রেষ্ঠ 
         আর  = নরেন্দ্র =অর্থাত =নর শ্রেষ্ঠ। 

21>  ALL POWER IS WITHIN YOU,
         YOU CAN DO ANYTHING AND
          EVERYTHING, Swami Vivekananda.

        স্বামী বিবেকানন্দ দেহ ত্যাগের ২বত্সর পূর্বে
                   স্বামী বিবেকানন্দ দেহ ত্যাগের ২বত্সর পূর্বে আমেরিকাতে "ধর্ম সাধনা " নামে একটি অপূর্ব ব্রক্তিতা তে
                   বলেছিলেন তুমি দুই সহস্র আরোগ্য নিকেতন নির্মান করিয়া   থাকিবে ।
                  কিন্তু তাহাতেকি আসে যায়  যদি না তুমি আত্মানুভূতি লাভ  করিয়া থাক,মরিবে সামান্য কুকুরের মতো 
                  কুকুরের অনুভুতি লয়ে। কুকুর মৃত্যুকালে চিত্কার করে আর কাঁদে , কারণ সে জানে যে সে জড়বস্তু এবং
                 সে নিঃশেষ হয়ে যাইতেছে। সন্তুষ্টি তোমার অন্তর  ব্যাতীত অন্য কোথাও নেই। সেখানে অপরিবর্তীত,
                 অসীম আনন্দ রহিয়াছে। ধ্যানই  সেখানে যাইবার দুয়ার। প্রার্থনা ,ক্রিয়াকান্ড, এবং অন্যান্য  নানা প্রকার 
                  উপাসনা  ধ্যানের প্রাথমিক শিক্ষা মাত্র।ধ্যানের শক্তিতে আমরা আমাদের নিজ শরীর হতে বিছ্ন্নি হই। 
                  তখন আত্মা আপনার সেই জন্মহীন মৃত্যুহীন স্বরুপকে জানতে পারে। তখন আর কোনো দুঃখ্য থাকেনা, 
                  এই পৃথিবীতে আর জন্ম হয়না,ক্রমবিকাশ ও হয়না।
                  আত্মা তখন জানে যে সে সর্বদা পূর্ণ ও মুক্ত।
                 Swami Vivekananda said:-Three things  
                 are necessary to make every man good every nation great:
                    1>Conviction of the Powers  of goodness.
                    2>Absence of jealousy and suspicion.
                    3>Helping all who are trying to be and do good.

        स्वयं में बहुत सी कमियों के // वावजुद  यदि मैं  //स्वयं से प्रेम कर सकता हूं 
        तो फिर दूसरों में थोड़ी बहुत कमियों की // वजह से उनसे घ्रृणा कैसे कर सकता हूं। .
       
        उदासीयों की वजह तो बहुत हैं जिंदगी में 
        पर  बे-वजह खुश  रहने का मजा ही कुछ और हैं।  

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22>  TO MAKE MISTAKE IS MAN'S VERY NATURE;
         BUT FEW OF THOSE WHO CRITICIZE KNOW 
         HOW TO CORRECT THEM. 
                            The holy Mother Sri Sri Saroda Devi.
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23>   ভালোবাসতে পারাই আসল শিক্ষা, ভালো বাসতে পারলেই 
          সব হয়, ভালো বাসতে পারার শিক্ষাই আসল শিক্ষা।
           প্রেমেই সব প্রাণ জয় করা যায়। 
                   সব জয় করতে চাইলে প্রেম ও ভালবাসা দিয়েই করতে হয় 
                   নচেত অন্য় কোন কিছুতেই সম্ভব নয়। প্রেম ও ভালবাসার 
                    মতো অমোঘ অস্ত্র আর দ্বিতীয়টি নাই।  
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24>           স্বামী বিবেকানন্দ বলেছেন ---------
    সুখ ও দুঃখ  একই মুদ্রার এপিঠ ওপিঠ। একটিকে নিলেই অপরটিকে 
 নিতে হবে। বস্তুত এ এমন একটি অনুভুতি যা কাল ও পরিবেশ ভেদে কখনও সুখ আবর 
কখনও ধুঃখ অনুভব করায়। ----
               ======
   25> গৌতম বুদ্ধ অনুভব করেছিলেন দুঃখের একমাত্র কারণ হল  " বাসনা " আর 
এই বাসনার দুরিকরনেই দুঃখের নিবৃত্তি। উপায়ের প্থ্য় দিলেন অষ্টাঙ্গিক মার্গ 
যা দেহ মন বুদ্ধির সংযমের পথ। তাঁর সার্থক সাধনাতে নির্বাণ সুখ দুখের পারে 
অবস্থিত। 

26> दोस्तों हमेशा यादरखे। 

> My dear friends, I like to say you about my little idea.
> Father,Mother, with all the relations and all our near by including The Nature,
> all our Friends. Friendship is the real Ship to cross the Ocean 
>( BHABO SAGARH). Because The God and The Guru both our best Friends.
> But the Father & Mother are our First Friends.

   27>     दोस्तों ----

हमेशा ब्रान्डेड चीजो का ही
ईस्तमाल करे.....
१.होठों के लिये " सत्य "
२.आवाज के लिये " प्रार्थना"
३.आंखो के लिये " दया"
४.हाथों के लिये " दान "
५.ह्दय के लिये ".प्रेम"
और
६.चहेरे के लिये " हँसी "
७.बड़ा बनने के लिये"माफी"..

   28>        दोस्तों 
          दोस्तों याद रखे 
         किसी मूर्ख से तर्क-वितर्क मत करे 
        अन्यथा लोग यह नहीं पहचान पाएंगे कि 
        वास्तोव में मूर्ख कौन हैं। 

    29>  08/15 7:42:42 pm: Adyanath Roychoudhu         
            It is ever truth but none can except with heart.

Be happy .Happiness is the beautiful activity of God.Happiness is the best
 Medicine in the Earth to enjoy the life.Happiness is the real ornament/ 
Gems for the Men & women  to be stay  fit him as a best survivable in the
 earth.Happiness is the root of all goodness.A happy man can make a
 happy home.A happy parents can help his son & daughter to make their 
bright feature.So happiness is the best blessing of God. A man can  reach 
up to God & to be God by the way of happiness.
But God can't be a man,He(The God) can reach up to man to help him 
when he is happy. None  even The God can't help the unhappy & weak.
So this is my  request to you please be HAPPY. DO HAPPY. & LET TO
 BE HAPPY  YOUR DAUGHTER AND SON. AND ALWAYS PRAY TO 
GOD WITH HAPPY FOR EVER HAPPINESS.

This is my today's thinking dt 13-08-2015.
======== 

   30>         इतिहास कहता है कि कल सुख था,
              विज्ञान कहता है कि कल सुख होगा,
              लेकिन धर्म कहता है कि अगर मन सच्चा 
              और हिल अच्छा हैं तो हर रोज सुख होगा।
                 --------

   31>    Some  people will only "LOVE YOU" as much as  they can use you . 
        Their loyalty end where the benefit stop  
32>Guru Granth Sahib  
         श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी द्वारा खूबसूरत लाइनें:

(Ek Onkar) - भगवान  एक है।
 (Satnam) - उनका नाम सत्य है।

(Kartaa Purakh )-वह पूरी दुनिया के निर्माता है।

(Nirbhau)-वह निडर है।

 (Nirvair)-वह कभी किसी से नफरत नहीं करते।

(Akaal मूरत)-वह समय से आगे है। वह अमर है।

 (Ajooni)-वह न तो पैदा होते है और न ही मरते है।

(Saibhang)-न किसी ने उन्हें बनाया है।और न ही किसी ने  उन्हें जन्म दिया। वह स्वयं बने है।
 (Gurparsad) - केवल सच्चा गुरु ही हमें उनसे मिलने के लिए मदद कर सकते हैं!
      

33>    कर्मों की आवाज़

 "कर्मों की आवाज़
      शब्दों से भी ऊँची होती है...!
"दूसरों को नसीहत देना
      तथा आलोचना करना
            सबसे आसान काम है।
सबसे मुश्किल काम है
        चुप रहना और
              आलोचना सुनना...!!"
यह आवश्यक नहीं कि
      हर लड़ाई जीती ही जाए।
आवश्यक तो यह है कि
  हर हार से कुछ सीखा जाए ।।

    34>  जीनेके लिए 

         छूले आसमां , जमी  की तालाश न कर ,
       जीले जिंदगी , ख़ुशी की तालाश न कर ,
       बदल जाएगी तक़दीर खुद ही मेरे दोस्त,
       मुस्कराना सीखले , वजह की तालाश न कर।

 35>      संघ संघर्ष आदमी अकेला होता है , सफलता में दुनिया उनके साथ 

       होती हैं। 

   36> रिश्तों 

        रिश्तों की खूबसुरति एक दूसरे की बात बरदाशत करने में होती हैं। 

       अपने जैसा इंसान तलाश करोगे तो अकेले रह जाओगे। 

   37> -प्रेम अन्धा क्यों 


      तुम्हें पता हैं ----प्रेम अन्धा क्यों  होता हैं ----?

     क्योँकि तुम्हारी माता ने तुम्हारा चेहरा देखनेसे पहले ही 
     तुमसे प्रेम कोरना शुरू कर दिया था। 
        

    38>To the Son's of my Friend
             
              आपमें बहुतइ सम्भवना है! िकन्चू सम्भवना रहेने से इ कुछँ नेहि होता। उस सम्भवना के ष्फूरण के लिये मेहनत जरुरि। because Diligence is the mother of good luck• And no pains no gains. आप महा सक्तिके आधार। So don't be a man of straw, try to be a man of Parts.
So "Arise ! Awake ! Stop not Till the Goal is Reached." "All power is with in you , You can do anything and Every thing".Mind it there is no Elevator to Success, you have to Take the Stairs. But Road to success is Dotted with many Tempting, Parking Place.
Personal Morality is the Key to influence other.SO Remind "PRACTICE MAKES PERFECT".

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    39>                    : What is birthday?

                         A question asked
                                    by BBC World to many VIPs 
                                    around the globe....
                   : What is birthday?
                                                     The best answer given by 
                                                                Dr. Abdul Kalam        
              
         "The only  one day in life, where your mother smiled when you cried".....

                       ..otherwise whenever you cry your mother also cry.


  40 - >                        জন্মদিন বছরের শ্রষ্ঠ দিন কেন ---?

          এটি এমন একটি দিন , যেদিন আমার  মা  তাঁর শত কষ্টের মধেও আমার কান্না
         শুনে আনন্দ অনুভব করে প্রাণ খুলে হেসে ছিলেন।
         এটি এমন একটি দিন প্রতেক বছর একবার আসে , যেদিন আমার নিকট বর্তী
         উপস্থিত সকলেই আনন্দ অনুভব করে ,হাসে , আনন্দ করে ,আমর নামে কেক
         কাটে ,কত আনন্দ করে ,শুধু আমি মনেমনে নিরানন্দ অনুভব করি এবং
         মনেমনে কষ্ট পাই।
         কারণ আমি জানি আজ আমার একবছর বয়স বেড়ে গেল , অর্থাৎ আজ আমি
        এক বছরের বৃদ্ধ হলাম।
        আমার  মা  শুধু একবারই হেঁসে ছিলেন আমার কান্না শুনে , বাকি দিন যখনি আমি
        কেঁদেছি আমার  মা  ও কেঁদেছেন , আমি হাঁসলে  মা  ও হেঁসে ছেন।
        এই বিশেষ অনুভুতির জন্যই এই দিনটি আমার জীবনের বিশেষ স্বরনীয় দিন। 
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41> Do not look back,No one knows how the world ever began.
       Do not fear the future, Nothing lasts forever.
     If you dwell on the past or future, You will miss the moment


42>जीने के तरीका =: एक चिन्तन
       मैंने एक फूल से कहा. ..!// कल तुम मुरझा जाओगे// फिर क्यों मुस्कुराते हो?//
           व्यर्थ में // यह ताजगी किसलिए लुटाते हो?
           फूल चुप रहा - // इतने में एक तितली आई // पल भर आनंद लिया, उड गई,
           एक भौंरा आया // गान सुनाया, सुगंध बटोरी, // और आगे बढ गया,
           एक मधुमक्खी आई // पल भर भिनभिनाई // पराग समेटा, // और झूमती गाती चली गई,
          खेलते हुए एक बालक ने // स्पर्श सुख लिया, रूप-लावण्य निहारा, //
          मुस्कुराया और खेलने लग गया| 
          तब फूल बोला-
       || मित्र || //क्षण भर को ही सही // मेरे जीवन ने कितनों को सुख दिया
          क्या तुमने भी कभी ऐसा किया?
         कल की चिन्ता में // आज के आनंद में विराम क्यो करूँ! // माटी ने जो रूप, रंग, रस, गंध दिए
          उसे बदनाम क्यो करूँ!
         मैं हँसता हूँ // क्योंकि हँसना मुझे आता है,
         मैं खिलता हूँ // क्योंकि खिलना मुझे सुहाता है,
         मैं मुरझा गया तो क्या // कल फिर एक नया फूल खिलेगा
         न कभी मुस्कान रुकी हैं, // न......ही || सुगंध ||
         जीवन तो एक सिलसिला है // इसी तरह चलेगा |
        "जो आपको मिला है उस में खुश रहिये और प्रभु का शुक्रिया कीजिए क्योंकि आप जो जीवन
         जी रहे हैं वो जीवन कई लोगों ने देखा तक नहीं है । "
        "खुश रहिये, मुस्कुराते रहिये और अपनों को भी खुश रखिए |"
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43>   बेमिसाल----

करते है मोल भाव // भगवान की मूर्ति खरीदते वक़्त ,
और फिर उसी मूर्ति से घर में // करोडो मांगते है..
ये नादानी भी , // सच मे बेमिसाल है...!
अंधेरा दिल मे है , // और दिये मन्दिरों मे जलाते हैं...!!
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44> इस संसार में....

सबसे बड़ी सम्पत्ति "बुद्धि "

सबसे अच्छा हथियार "धेर्य"
सबसे अच्छी सुरक्षा "विश्वास"
सबसे बढ़िया दवा "हँसी"
और आश्चर्य की बात कि
"ये सब निशुल्क हैं "

!! सदा मुस्कुराते रहो !!
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45>मुश्किल आशान 

मुश्किलें केवल बहतरीन लोगों // के हिस्से में ही आती हैं...!! // क्यूंकि वो लोग ही उसे बेहतरीन
तरीके से अंजाम देने की ताकत //रखते हैं..!! // "रख हौंसला वो मंज़र भी आयेगा;
प्यासे के पास चलकर समंदर भी आयेगा..! //थक कर ना बैठ ए मंजिल के
मुसाफ़िर; //मंजिल भी मिलेगी और // जीने का मजा भी आयेगा...!!"
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46>मैंने भगवान से कहा:--
    सागर को छुआ तो लहरो की याद आई //आसमा को छुआ तो तारो की याद आई
    काँटो को छुआ तो फूलो की याद आई //मोबाइल को छुआ तो अपनों की याद आ गई
    मैंने भगवान से कहा- मेरे सभी दोस्तों को खुश रखना l
    वो चार दिन तू बता……
===============================
47> इन्सान:--
लोग इन्सान देखकर मोहब्बत करते हैं, .. मैने मोहब्बत करके इन्सानों को देख लिया।
People, I shall see.. I have, and to see insānōṁ.
=======================================
48>    हर आदमी का सपना-- 7 अंको की सैलरी-- 6 अंको की बचत--  5 बेडरुम का घर
         4 पहिये की गाडी-- 3 हफ्ते की छुट्टियाँं-- 2 प्यारे बच्चे-- 1 गुंगी बीवी
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  49>  Katha Upanishad:--
The Self cannot be known through study of the scriptures, nor through the intellect, nor through hearing learned discourses. The Self can be attained only by those whom the Self chooses. Verily unto them does the Self reveal himself. (Katha Upanishad).
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50>  "पहले लोग भावुक थे /रिश्ते निभाते थे ! // फिर प्रैक्टिकल हुए // रिश्तों से फायदा उठाते थे!
       अब प्रोफेशन हैं-----
        फायदा उठाया जा सके ऐसे रिश्ते हीं बनाते हैं"!

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51>   ऊल्लू थे ऊल्लू हैं :---
        एक पेड़ पर ऊल्लू बैठते थे  //   एक दिन पेड़ काट दिया गया //  पेड़ बहुत खुश हुआ...!!
        मगर पेड़ की खुश // उस वक़्त खाक में मिल गई जब उसकी लकड़ी से... 
       हिन्दुस्तानी जजों की कुर्सियाँ बना दी गयीं... // तारीख़ गवाह है आज भी...
       उन कुर्सियों पर 'ऊल्लू' ही बैठते हैं...!!

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52>कबीरा ते नर अँध है, गुरु को कहते और ।
    हरि रूठे गुरु ठौर है, गुरु रूठे नहीं ठौर ॥ 
   अर्थ : जो लोग गुरु और भगवान् को अलग समझते हैं, वे सच नहीं पहचानते। अगर भगवान् 
   अप्रसन्न हो जाएँ, तो आप गुरु की शरण में जा सकते हैं। लेकिन अगर गुरु क्रोधित हो जाएँ, तो 
   भगवान् भी आपको नहीं बचा सकते। 
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53>   जग में सुन्दर है दो नाम,

शुभ रात्रि जग में सुन्दर है दो नाम, चाहे कृष्ण कहो या राम | // बोलो राम राम राम, बोलो श्याम श्याम श्याम ||
माखन ब्रज में एक चुरावे, एक बेर के खावे | // 
प्रेम भाव से भरे अनोखे, दोनों के है काम ||
एक कंस पापी को मारे, एक दुष्ट रावण संहारे | // दोनों दीन के दुःख हरत है, दोनों बल के धाम ||
एक ह्रदय में प्रेम बढावे, एक ताप संताप मिटावे | // दोनों सुख के सागर है, और दोनों पूरण काम ||
एक राधिका के संग राजे, एक जानकी संग बिराजे | // चाहे सीता-राम कहो, या बोलो राधे-श्याम ||
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54>People don't make you happy.
Money doesn't equal success.
Past doesn't define you.
All that you desire is all inside youH
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